गंगा समग्र पूरे देश में कार्यक्रमो आवमं जनजागरण के लिए विभिन्न आयामों के रूप में कार्य कर रहा है जिनका समग्रता में उद्देश्य नदियों की निर्मलता एवं अविरलता है
इस वर्ष महाकुम्भ प्रयागराज में दिव्य एवं भव्य स्वरूप में आयोजित किया जा रहा है जिसमें गंगा समग्र सेवा शिविर के माध्यम से सेवा कार्य करेगा, जिसके लिए आपका सहयोग अपेक्षित है
गंगा अपनी संस्कृति और इतिहास की पृष्ठभूमि है । अनादिकाल से इसको मोक्षदायिनी पतित पावनी कहा गया है । वास्तव में यह इस देश की लगभग आधी आबादी की जीवन रेखा भी है। इसलिए गंगा जी को अविरल और निर्मल रखना विश्व के एक तिहाई आबादी को जीवन देना हो जाता है। गंगा जी की अविरलता जहां हिमालय से आने वाले अनेक स्तर से जल है। वहीं पर छोटी बड़ी लगभग 130 नदियों के जल का भी महत्वपूर्ण भूमिका है। गंगा जी की सहायक नदियों का 57% से ज्यादा योगदान है । इसलिए गंगा जी की निर्मलता जहाँ इसमे गिरने वाले तमाम प्रकार के अपविष्ट को रोकना आवश्यक है, वहीं पर इन छोटी बड़ी सहायक नदियों और गंगा जी के दोनों तरफ न्यूनतम 5 किलोमीटर की परिधि आने वाले तालाब और वृक्षों को भी जीवित करना अत्यंत आवश्यक है। इन सभी उद्देश्यों को लेकर के गंगा समग्र कार्य कर रहा है
गंगा देश में कुल मिलाकर 2525 किमी की दूरी तय करती हुई उत्तराखंड में हिमालय से लेकर बंगाल की खाड़ी के सुन्दरवन तक विशाल भू-भाग को सींचती है। यह सहायक नदियों के साथ दस लाख वर्ग किलोमीटर से अधिक उपजाऊ मैदान बनाती हैं। सामाजिक, साहित्यिक, सांस्कृतिक और आर्थिक दृष्टि से अत्यंत महत्त्वपूर्ण गंगा का यह मैदान अपनी घनी जनसंख्या के कारण भी जाना जाता है। 100 फीट (31 मी॰) की अधिकतम गहराई वाली गंगा की घाटी में एक ऐसी सभ्यता का उद्भव और विकास हुआ, जहाँ ज्ञान, धर्म, अध्यात्म व सभ्यता-संस्कृति की ऐसी किरण प्रस्फुटित हुई जिससे न केवल भारत, बल्कि समस्त संसार आलोकित हुआ। इसी घाटी में रामायण और महाभारत कालीन युग का उद्भव हुआ। शतपथ ब्राह्मण, पंचविश ब्राह्मण, गौपथ ब्राह्मण, ऐतरेय आरण्यक, कौशितकी आरण्यक, सांख्यायन आरण्यक, वाजसनेयी संहिता और महाभारत इत्यादि
संगठन के उद्देश्यों की पूर्ति के लिए कार्यकर्ताओं की सदैव आवश्यकता होटी है, “संघे शक्ति: युगे युगे।;
गंगा समग्र का उद्देश्य ही भारत की समस्त नदियों को सदानीरा, उनके जल को निर्मल बनाने के लिए जनजागरण करके एक जनांदोलन खड़ा करना है
देशव्यापी जनजागरूकता के इस कार्य मे अपना सहयोग प्रदान करने के लिए आप हमें सहयोग कर सकते है